|| गीता प्रसर - होम पेज ||
|| इस अभियान से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें ||
मंत्र संग्रह पर खोजें
गायत्री मंत्र
|| ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् ||
भावार्थ :- हम तीनों लोकों के उस वरण करने योग्य देवता की शक्तियों का ध्यान करते हैं, वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ